Mrs. Pallavi Dawande
Principal – BKG International School, Khargone
ज्ञानं परमं ध्येयम्’ “
शिक्षा मानव को एक सुयोग्य नागरिक बनाना सिखाती है तथा उसका व्यक्तिगत विकास करती है। बाल्यावस्था में प्राप्त की गई शिक्षा वह प्रशिक्षण होती है जो उनके भविष्य निर्माण में सहयोग करती है। साथ ही उनमें मानवीय दृष्टिकोण विकसित करती है। बालकों के व्यक्तित्व के चहुॅमुखी विकास के लिए विविध विषयों का सटीक एवं तार्किक ज्ञान होना आवश्यक है।
ज्ञान का एकमात्र स्त्रोत अनुभव है। अनुकुल वातावरण में निपुण एवं प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा किया गया मार्गदर्शन बालकों की विचारशक्ति तथा अनुभव में वृद्धि करता है बालको में तार्किक क्षमता निरीक्षण क्षमता रचनात्मकता एवं सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास करना ही शिक्षा का परम उद्देश्य है शिक्षण पद्धति आधुनिक तकनीकी ज्ञान, वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा जड़ो से जुड़ाव रखने वाली होनी चाहिए।
ऐसी ही शिक्षा एवं शिक्षण पद्यति को ध्यान में रखते हुए BKG परिवार अपने शहर खरगोन में
BKG International School प्रारंभ करने जा रहा है।
ज्ञान का एकमात्र स्त्रोत अनुभव ही है और विद्यालय इस अनुभव पारित का एकमात्र स्थान ।
BKGIS विशेषताएं
1. भाषा कौशल का विकास
2. वाचन कौशल
3. वकृत्व कौशल, प्रभावी संप्रेषण, संवाद कौशल, श्रवण कौशल
4. समाचार पत्र पठन पाठन, विवेचन
5. सामान्य ज्ञान वृद्धि हेतु पाठ्यपुस्तकों के अतिरिक्त अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकों के वाचन की व्यवस्था । 6. जीवन की गुणवत्ता में विकास हेतु जीवन कौशल का विकास जिससे समस्याओं को समझने सोचनें तथा हल
करने की क्षमता में वृद्धि हो ।
7. शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हेतु प्रयास
8. स्वावलम्बन का महत्व तथा कार्य के प्रति सम्र्पकता
9. रचनात्मक चिंतन को बढ़ावा
10. निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ावा
11. सकारात्मक दृष्टिकोण
12. व्यवहार कुशलता का विकास
13. लक्ष्य निर्धारण लक्ष्य प्राप्ति हेतु सही दिशा में प्रयास